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ISBN : 978-93-6087-462-9

Category : Academic

Catalogue : Reference

ID : SB21059

मोटा अनाज: स्वास्थ्य का खजाना

na

डॉ श्रीमती कामिनी जैन

Paperback

799.00

e Book

299.00

Pages : 356

Language : Hindi

PAPERBACK Price : 799.00

About Book

मोटा अनाज मधुमेह को भी कम करने में मदद करता है और हृदय रोग के जोखिम को कम करता है। मिलेट में प्रोटीन, खनिज, विटामिन के संदर्भ में चावल और गेंहू से 3 से पांच गुना अधिक पोषण होता है। मोटा अनाज स्टार्च का उत्तम स्रोत है। जो इस ऊर्जा वाला भोजन बनता है मोटा अनाज प्रोटीन और फाइबर का उत्कृष्ट स्रोत है मोटे अनाज में को दो कुटकी सई ज्वार बाजरा कंगनी जीना जिसे आना चाहते हैं यह ग्लूटेन फ्री होते हैं और शरीर के लिए कई तरह से लाभदायक होते हैं इसके अनेक लाभों को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र ने वर्ष 2023 को ईयर आप मिले घोषित किया गया है। इसके वैज्ञानिक पहलू सामने आने के बाद इन्हें सुपर फूड में भी शामिल किया गया है पाचन ठीक करने में वजन को नियंत्रित करने में एनीमिया का खतरा कम करने में एवं मधुमेह के रोगियों के लिए मोटा अनाज लाभदायक होता है बाजार सबसे ज्यादा ताकतवर अनाज माना जाता है क्योंकि इसमें फाइबर प्रोटीन और कई पोषणात्मक घटक होते हैं युवा उद्यमियों, शिशु आहार, नाश्ते में मोटे अनाजों से लेकर बेकरी उत्पाद मिठाइयां आइसक्रीम और उत्पादन में स्टार्टअप कर सकते हैं।


About Author

डॉ. श्रीमती कामिनी जैन का जन्म होषंगाबाद म.प्र. वर्तमान में नर्मदापुरम के के नाम से जाना जाता है ने बी.एस.सी.गृहविज्ञान, एम.एस.सी. गृहविज्ञान, बी.एड एवं पी.एच.डी. की उपाधियॉ प्राप्त की। इन्होने अपना शोध कार्य डॉ. आई. एस. चौहान पूर्व उच्चायुक्त फिजी पूर्व कुलपति बरकतउल्ला विष्वविद्यालय भोपाल एवं भोज मुक्त विष्वविद्यालय भोपाल के निर्देषन में किया। डॉ. जैन ने 1984 से अपनी शासकीय सेवाएॅ सहायक प्राध्यापक पद से शासकीय गृहविज्ञान स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय नर्मदापुरम म.प्र. से प्रारंभ की। वर्तमान में स्नातकोत्तर प्राचार्य के पद पर शासकीय गृहविज्ञान स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय नर्मदापुरम म.प्र. में पदस्थ है। इनकी 39 से अधिक पुस्तकों का प्रकाषन हो चुका है। इनकी 50 बुकलेट, 112 प्रसार लेख एवं 100 से अधिक शोध उपाधियॉ एवं लघुषोध निर्देषन 50, लगभग 200 से अधिक शोध पत्रों का प्रकाषन हो चुका है। इन्होने विष्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा प्रदत्त 08 शोध परियोजनाओं एवं 09 राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद भोपाल द्वारा प्रदत्त शोध परियोजनाओं पर कार्य किया है। शोध के क्षेत्र में इनके योगदान को देखते हुए इन्हे रिसर्च लिंक स्वर्ण पदक, मदर टेरेसा अवार्ड, राजीव गॉधी ऐजुकेषन एक्सीलेंस अवार्ड, बेस्ट प्रिंसीपल अवार्ड रिसर्च ऐज्यूकेषन द्वारा 05 सितम्बर 2022 में एवं षिक्षा-रत्न पुरस्कार प्रदान किये गये है। आयुक्त म.प्र. शासनष्उच्च षिक्षा विभाग द्वारा इन्हे सत्र 2012-13 में इनके कुषल नेतृत्व एवं षिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता के लिए प्रयास के लिए प्रषंसा पत्र प्रदान किया गया है।

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