About Book
स्वस्थ्य जीवन जीना सभी के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण रूप से सहायता करता है जो लोग स्वच्छ वातावरण में रहते हैं उन्हें हानिकारक बीमारियों से संक्रमित होने की संभावना कम होती है।
पर्यावरणीय स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रगति ने हमें मानव स्वास्थ्य के खतरों के बारे में बहुत कुछ सिखाया है जैसे वायु प्रदूषण श्वसन संबंधी रोग पैदा कर सकता है और वैश्विक जलवायु परिवर्तन संक्रामक रोगों के प्रसार को बढ़ाकर दे सकता है।
पर्यावरण स्वास्थ्य मानव स्वास्थ्य से जुड़ा एक क्षेत्र है जो हमारे आसपास के प्राकृतिक और निर्मित वातावरण के उन सभी पहलुओं से संबंधित है जो हमारे जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं पर्यावरणीय स्वास्थ्य सार्वजनिक स्वास्थ्य के रखरखाव और सुधार में मौलिक योगदान देता है।
पर्यावरणीय कारक मानव स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं जिनमें व्यक्ति के बाहरी भौतिक और रासायनिक जैविक और उनसे जुड़े सभी व्यवहार शामिल है सामूहिक रूप से इन्हे स्वास्थ्य के पर्यावरणीय निर्धारण कहा जाता है।
About Author
डॉ. श्रीमती कामिनी जैन का जन्म होषंगाबाद म.प्र. वर्तमान में नर्मदापुरम के नाम से जाना जाता है ने बी.एस.सी. तथा एम.एस.सी. गृहविज्ञान, बी.एड एवं पीएच.डी. की उपाधियॉ प्राप्त की। इन्होने अपना शोध कार्य डॉ. आई. एस. चौहान पूर्व उच्चायुक्त फिजी पूर्व कुलपति बरकतउल्ला विष्वविद्यालय भोपाल एवं भोज मुक्त विष्वविद्यालय भोपाल के निर्देषन में किया।
डॉ. जैन ने 1984 से अपनी शासकीय सेवाएॅ सहायक प्राध्यापक पद से शासकीय गृहविज्ञान स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय नर्मदापुरम म.प्र. से प्रारंभ की। वर्तमान में स्नातकोत्तर प्राचार्य के पद पर शासकीय गृहविज्ञान स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय नर्मदापुरम म.प्र. में पदस्थ है। इनकी 42 से अधिक पुस्तकों का प्रकाषन हो चुका है। इनकी 50 बुकलेट, 112 प्रसार लेख एवं 100 से अधिक शोध उपाधियॉ एवं लघुषोध निर्देषन 50, लगभग 200 से अधिक शोध पत्रों का प्रकाषन हो चुका है। इन्होने विष्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा प्रदत्त 08 शोध परियोजनाओं एवं 09 राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद भोपाल द्वारा प्रदत्त शोध परियोजनाओं पर कार्य किया है। शोध के क्षेत्र में इनके योगदान को देखते हुए इन्हे रिसर्च लिंक स्वर्ण पदक, मदर टेरेसा अवार्ड, राजीव गॉधी ऐजुकेषन एक्सीलेंस अवार्ड, बेस्ट प्रिंसीपल अवार्ड रिसर्च ऐज्यूकेषन द्वारा 05 सितम्बर 2022 में एवं षिक्षा-रत्न पुरस्कार प्रदान किये गये है।
आयुक्त म.प्र. शासनष्उच्च षिक्षा विभाग द्वारा इन्हे सत्र 2012-13 में इनके कुषल नेतृत्व एवं षिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता के लिए प्रयास के लिए प्रषंसा पत्र प्रदान किया गया है।
वर्तमान सत्र 2025 में डॉ. श्रीमती कामिनी जैन का जीवन वृतांत अंतर्राष्ट्रीय पुस्तक एशियन एडमिरेवल एचीवर्स के वाल्यूम 08 में प्रकाशन हुआ है।