ISBN : 978-93-95125-19-2
Category : Non Fiction
Catalogue : Self Help
ID : SB20294
Paperback
250.00
e Book
99.00
Pages : 115
Language : Hindi
हम अपने आस-पास या अपने जीवन में अगर गौर करेंगे तो हम जान पाएंगे के हम किस तरह का व्यवहार अपने और अपने रिश्तों के साथ कर रहे है और अपने आने वाले पीढ़ियों को क्या सिख दे रहे है | मैंने कई वर्षों से रिश्तों पे रिसर्च कर ये जाना, बहुत सारे लोग अपने रिश्तों से निराश हो चुके हैं और कही न कही एक उलझन महसूस करते हैं, रिश्तों में वो जोश के साथ आ तो जाते हैं पर कुछ दिनों बाद ही उनका जोश काफुर हो जाता हैं और कुछ समए बीतने के बाद अपने कंधों पे एक बोझ स महसूस करने लगते हैं उनको ऐसा महसूस होने लगता हैं जैसे उनके रिश्तों से प्यार खुशी सब कही गायब हो गया हैं पर रिश्तों की सबसे अच्छी बात यह हैं की रिश्तों से प्यार कही गायब नहीं होता हैं, हम पहले की तरह फिर से वो जोस, खुशी, प्रेम को अपने रिश्तों में महसूस कर सकते हैं, जिसके लिए हमे इसे सीखने की आवश्यकता होती हैं , जिस कारण से मैंने ये पुस्तक लिखने का निर्णय लिया, जिसके द्वारा मैं लाखों लोगों तक पहुँच कर उनके जीवन में एक प्रकाश की किरण फैला सकु, यह पुस्तक आपको अपने रिश्तों के प्रति जागरूक करेगी और अपने निजी रिश्तों को सुधारने और उसे नए पाथ पे ले के जाने में आपकी मदद करेगी, जो के समाज में एक बड़ा बदलाओ ले के आएगा, क्योंकि जब आप किसी चीज के प्रति जागरूक होते हैं तो आप सिर्फ अपने या अपने रिश्तों को ही नहीं सुधारते हैं बल्कि एक अच्छे रिश्तों के साथ औरों के लिए प्रेरणा का भी पात्र बनते हैं जिससे समाज में बड़ा बदलाओ आता हैं |