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5.0
About book : फूल सौंदर्य के साथ साथ पवित्रता का भी प्रतीक है। कोई भी धार्मिक, सामाजिक समारोह फूलों के बिना पूर्ण नही होता। अतिथि स्वागत बिना फूलों के पूर्ण नही होता। भारत में फूलों की खेती एक लंबे समय से हो रही है, लेकिन आर्थिक रूप से लाभप्रद व्यवसाय के रूप में पुष्पों का उत्पादन पिछले कुछ सालों से ही प्रारंभ हुआ। गुलाब, कमल, ग्लेडियोलस, रजनीगंधा आदि के बढ़ते उत्पादन के कारण गुलदस्ते और उपहारों के रूप में देने में इनका उपयोग काफी बढ़ा है। कहावत है कि फलों और सब्जियों का उपयोग ’’रखे काया निरोग’’ फलों और सब्जियों से विभिन्न प्रकार के खनिज और फाइटोकेमिकल्स प्राप्त होते है। इससे शरीर हो रोगप्रतिरोधक शक्ति प्राप्त होती है। फलों और सब्जियों के आहार की स्वस्थ्य जीवन को सुनिष्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। फलों और सब्जियों के नियमित सेवन से हमारे स्वास्थ्य और शरीर की आंतरिक प्रणाली तो मजबूत होती ही है साथ में हमारी पाचन शक्ति भी बढ़ती है। जो पोषण प्रदान करने के अतिरिक्त हमें अनेकों रोगो से बचाने में सहायक होती है। फूल, फल और सब्जियों के उत्पादन व्यवसाय युवाओं को आकर्षित कर रहा है। इस व्यवसाय में कई युवा आगे आ रहे और अपने कैरियर हो इस क्षेत्र में आगे बढ़ा रहे है। फूल, फल, सब्जियों की ऑनलाईन डिलीवरी भी व्यवसाय को आगे बढ़ा रही है।
About author : डॉ. श्रीमती कामिनी जैन का जन्म होषंगाबाद म.प्र. वर्तमान में नर्मदापुरम के के नाम से जाना जाता है ने बी.एस.सी.गृहविज्ञान, एम.एस.सी. गृहविज्ञान, बी.एड एवं पी.एचडी. की उपाधियॉ प्राप्त की। इन्होने अपना शोध कार्य डॉ. आई. एस. चौहान पूर्व उच्चायुक्त फिजी पूर्व कुलपति बरकतउल्ला विष्वविद्यालय भोपाल एवं भोज मुक्त विष्वविद्यालय भोपाल के निर्देषन में किया। डॉ. जैन ने 1984 से अपनी शासकीय सेवाएँ सहायक प्राध्यापक पद से शासकीय गृहविज्ञान स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय नर्मदापुरम म.प्र. से प्रारंभ की। वर्तमान में स्नातकोत्तर प्राचार्य के पद पर शासकीय गृहविज्ञान स्नातकोत्तर अग्रणी महाविद्यालय नर्मदापुरम म.प्र. में पदस्थ है। इनकी 34 से अधिक पुस्तकों का प्रकाषन हो चुका है। इनकी 50 बुकलेट, 112 प्रसार लेख एवं 100 से अधिक शोध उपाधियॉ एवं लघुषोध निर्देषन 50, लगभग 200 से अधिक शोध पत्रों का प्रकाषन हो चुका है। इन्होने विष्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा प्रदत्त 08 शोध परियोजनाओं एवं 09 राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद भोपाल द्वारा प्रदत्त शोध परियोजनाओं पर कार्य किया है। शोध के क्षेत्र में इनके योगदान को देखते हुए इन्हे रिसर्च लिंक स्वर्ण पदक, मदर टेरेसा अवार्ड, राजीव गॉधी ऐजुकेषन एक्सीलेंस अवार्ड, बेस्ट प्रिंसीपल अवार्ड रिसर्च ऐज्यूकेषन द्वारा 05 सितम्बर 2022 में एवं षिक्षा-रत्न पुरस्कार प्रदान किये गये है। आयुक्त म.प्र. शासनष्उच्च षिक्षा विभाग द्वारा इन्हे सत्र 2012-13 में इनके कुषल नेतृत्व एवं षिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता के लिए प्रयास के लिए प्रषंसा पत्र प्रदान किया गया है।
Vartika Patel :
Very helpfull book for the cultivation of Flowers fruits and vegetables