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About book : सूचना और प्रौद्योगिकी के वर्तमान इरा में अधिकांश सूचनाओं का आदान-प्रदान डिजिटल रूप में होता है जिसमें इंटरनेट और कंप्यूटर की भूमिका महत्वपूर्ण होती है परिणाम स्वरूप साइबर अपराध की प्रवृत्ति का जन्म होता है। जनमानस में साइबर अपराध को समझने और उससे दूर रहने की प्रवृत्ति के लिए साइबर जागरूकता अपरिहार्य है।" साइबर जागरूकता: नवाचार एवं रोजगार" एक महत्वपूर्ण पुस्तक है जिसमें साइबर सुरक्षा के विषय में विभिन्न नवाचारी तकनीक और उपायों का वर्णन है जो साइबर अपराधों को रोकने में मदद करते हैं। इसके साथ ही, यह पुस्तक इंटरनेट, सोशल मीडिया, डिजिटल पेमेंट्स, और ऑनलाइन गोपनीयता से जुड़े मुद्दों को समझने में भी सहायता प्रदान करेगी । यह पुस्तक नवाचारी साइबर सुरक्षा उद्योग में रोजगार की संभावनाओं पर भी प्रकाश डालती है है और युवाओं को इस क्षेत्र में करियर बनाने और उसे आगे ले जाने के लिए प्रेरित करेगी।
About author : प्रोफेसर आर.पी. यादव प्रोफेसर आरपी यादव, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालयो के प्राचार्य और बरेली-मुरादाबाद मंडल के क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी रहे हैं। आपको लगभग 40 साल का शिक्षण और शोध का अनुभव प्राप्त है। आप भौतिकी के क्षेत्र में एक प्रसिद्ध शोधकर्ता हैं। आपने 45 से अधिक पीएच.डी. शोधार्थियों और एक एम. फिल विद्यार्थी का शोध निर्देशन किया है। आपके प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय जर्नल्स में 231 शोध पत्र, दस संपादित पुस्तकें और पुस्तकों में आठ अध्याय प्रकाशित हुए हैं। आपने 40 से अधिक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में भाग लिया है और 5 राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया है। इसके अतिरिक्त लॉकडाउन अवधि में 40 से अधिक राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय वेबिनार्स आप द्वारा आयोजित किए गए हैं। आपने अपने अध्यापन अवधि में विभिन्न पदों पर कार्य किया है जैसे NAAC, UGC, RUSA, DCF समन्वयक और चीफ प्रोक्टर, आदि। आपको 2012 में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान और शिक्षण में शानदार कार्य हेतु यूपी सरकार द्वारा "शिक्षक श्री सम्मान" और 2015 में "सरस्वती सम्मान" से विभूषित किया गया है, जो यूपी सरकार के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार हैं। आप यूपी के विश्वविद्यालयों के सेंटर ऑफ एक्सीलेंसी पैनल के सदस्य तथा उत्तर प्रदेश की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की क्रियान्वयन समिति के सदस्य रहे हैं। प्रोफेसर मीना यादव शिक्षा: एम.ए., पीएच.डी (हिंदी), आगरा विश्वविद्यालय, आगरा। अनुभव : शिक्षा एवं शोध में लगभग 26 वर्ष शोध निर्देशन : पीएचडी उपाधि हेतु निर्देशक शोध छात्रों की संख्या 11 लेखन : पुस्तकें प्रकाशित 13 । प्रकाशित बुक चैप्टर 12 , विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित शोध पत्र- 50 से अधिक दैनिक समाचार पत्रों में नियमित सम्मान : उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एवं विशेष रूप से राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन में उल्लेखनीय योगदान हेतु सम्मान, एवं आई.आई.एफ. सोसायटी द्वारा शिक्षा रत्न पुरस्कार। सहभागिता :20 से अधिक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठीयों में प्रतिभागिता एवं शोध पत्र वाचन। संप्रति प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष- हिंदी विभाग, बरेली कॉलेज बरेली-243005 उत्तर प्रदेश