ISBN : 978-93-6087-294-6
Category : Non Fiction
Catalogue : Self Help
ID : SB21524
Paperback
299.00
e Book
199.00
Pages : 126
Language : Hindi
क्या आप कभी सोचती हैं कि क्यों माँओं को त्याग और बलिदान का दूसरा नाम मान लिया जाता है? क्यों समाज हमें यह विश्वास दिलाता है कि हमारी इच्छाएँ, हमारे सपने और हमारी आवाज़ दूसरों के बाद आती है? और सबसे महत्वपूर्ण—कैसे हमारी खुद की अनकही कहानियाँ, हमारी बेटियों की ज़िंदगी को प्रभावित करती हैं? "संशय से शक्ति तक: बेटियों को सशक्त बनाने की एक माँ की यात्रा" सिर्फ एक किताब नहीं, बल्कि हर माँ की आत्म-खोज और आत्म-सशक्तिकरण की यात्रा है। यह पुस्तक उन मानसिक जंजीरों को पहचानने और तोड़ने में आपकी मदद करेगी, जो पीढ़ियों से चली आ रही हैं। इसमें NLP (न्यूरो-लिंग्विस्टिक प्रोग्रामिंग) की प्रभावी तकनीकों के माध्यम से आत्म-संदेह को आत्म-विश्वास में बदलने के व्यावहारिक तरीके दिए गए हैं। अगर आप चाहती हैं कि आपकी बेटी निडर होकर अपने फैसले ले, आत्म-विश्वास से भरी हो और समाज के दवाब से परे अपने जीवन को खुद संवार सके—तो यह किताब आपके लिए है। जब आप खुद को सशक्त बनाती हैं, तो अनजाने में आप अपनी बेटी के लिए भी रास्ता बनाती हैं। अब समय आ गया है कि हम "लोग क्या कहेंगे" के बोझ से मुक्त होकर अपनी बेटियों को सशक्त करने की इस यात्रा पर आगे बढ़ें!