ISBN : 978-93-90290-61-1
Category : Fiction
Catalogue : Poetry
ID : SB20035
5.0
Paperback
250.00
e Book
140.00
Pages : 160
Language : Hindi
आजकल मानवीय संवेदनाओं के शाश्वत मूल्यों को सुसुप्तावस्था से जाग्रत कर सामाजिक सरोकारों के दायित्व बोध में शामिल करने के तमाम संसाधन धूमिल हो चुके हैं। विज्ञापणवादी इस दौर में भावात्मक व्यवसाय कला के माध्यम से ही फलीभूत हो रहे हैं। ऐसे अवसरवादी समय में जब मानव मन के सूक्ष्म व्यंजना सिनेपालिसवाद में गुम होती जा रही है - कविता अपने गर्भ में भावों को प्रांजल रूप में ही जो जैसा है उसे उसी रूप में पाठकों तक पहुंचा रही है। यानी कविता आज भी आरी है। मेरा यह "संवाद अभी जारी है....."(कविता-संग्रह) जो पहली प्रकाशित पुस्तक है। पाठकों के बीच उसी शाश्वत मूल्यों को धैर्य एवं संयम के साथ पहुंचाएगी पूरी ईमानदारी एवं बेवाक लम्हों के साथ ऐसी आशा है - मुझे।