ISBN : 978-93-93557-17-9
Category : Non Fiction
Catalogue : Poetry
ID : SB20075
Paperback
300.00
e Book
149.00
Pages : 148
Language : Hindi
'मंगल कलश' कवि के हाल के ताजा गीत एवं कविताओं का संग्रह है । इस संकलन की कुछ रचनाएँ प्रकृति-प्रेम से जुड़ी हैं, कुछ समसामयिक विषयों से वास्ता रखतीं हैं और कुछ गीत- कविताओं में ईश्वर के प्रति श्रद्धाभाव गहराता हुआ प्रतीत होता है । 'कल्कि-अवतार' और 'अशोक का पश्चाताप' दो लम्बी कविताएँ हैं, जो हिन्दू धर्म के 'अवतारवाद-सिद्धान्त' तथा बौद्ध धर्म के 'अहिंसा-सिद्धान्त' को आधार बनाकर लिखी गई हैं । इन रचनाओं के कथानक के माध्यम से आधुनिक युग की समस्याओं का हल या समाधान निकालने की कोशिश की गई है । ये समस्याएँ नवीन युग के अंधविश्वास, हिंसा और आक्रामकता को लेकर हैं । इस संग्रह की कुछ कविताओं का सृजन कवि ने दिल्ली और जयपुर के सफर के दौरान किया है । 'मंगल कलश' की ये सभी रचनाएँ फेसबुक और व्हाट्स अप की सोशल साइटों पर काफी पसंद की गई और सराही गई हैं ।