ISBN : 978-93-90761-99-9
Category : Fiction
Catalogue : Novel
ID : SB20166
5.0
Paperback
180.00
e Book
100.00
Pages : 82
Language : Hindi
यह उपन्यास गुजरात सौराष्ट्र जागीरदार परिवार की बेटी कल्पा पर आधारित है ! उसका दर्द से भरा सफर जो कि 5 वर्ष की आयु से शुरू हो जाता है ! पहले तो पिता की मृत्यु , उसके बाद गरीबी अभाव ऊपर से भुवाओं के द्वारा सताना , यातनाएं सहना फिर 14 वर्ष की कम आयु में अपने से 10 वर्ष बड़े इंसान से विवाह और भोलेपन व कम उम्र के चलते कैसे उसके ससुराल वाले और उसका पति जो कभी उसकी भावनाओं को नहीं समझता है! उसे दर्द पीड़ा और तकलीफ देता है! जिसके कारण कल्पा टूट जाती है। तो उस का दर्द भरा सफर कैसे शुरू होता है ! जो उसे मृत्यु की शैया पर सुला देता है। और अपने दो मासूम बच्चों को रोता बिलखता हुआ इस संसार में अकेला छोड़ कर अपने अंतिम सफर पर चल देती है विस्तार पूर्वक जानने के लिए यह उपन्यास आप पढ़े!...कल्पा का दर्द भरा सफर....
Naresh pratap singh :
Very imotional story of our Indian women