ISBN : 978-81-961227-9-9
Category : Fiction
Catalogue : Story
ID : SB20427
Paperback
220.00
e Book
150.00
Pages : 46
Language : Hindi
प्रेमचंद आदर्श और यथार्थ के कवि इन्होंने अपने कथा साहित्य में यथार्थ के साथ आदर्श का चित्रण किया साथ है प्रेमचंद के कथा साहित्य में हास्य व्यंग अपने चरम सीमा पर है हास्य व्यंग के माध्यम से प्रेमचंद सामाजिक परिवेश राजनीतिक परिवेश आदि मूल्यों को लोक जीवन के साथ बड़ी बारीकी से चित्रण करते हुए चित्रित हुए हैं l