ISBN : 978-93-6087-790-3
Category : Fiction
Catalogue : Novel
ID : SB21495
5.0
Paperback
250.00
e Book
140.00
Pages : 117
Language : Hindi
सच में एक लड़की होना इतना आसान नहीं होता है।ख़ुद ही अपनों से, इस समाज से भिड़ जाओ और उनसे ये उम्मीद भी करो की हमे न्याय मिल जाएगा।ख़ुद ही समझो और खुद को ही समझाओ।जहां एक बार में सब कुछ खत्म कर देने की इच्छा वहीं तुरंत खुद को ये दिलासा देना की सब ठीक हो जाएगा। अपनों से ही अपने अधिकार के लिए लड़ना और फिर समाज के घेरे में आ जाना। समाज और ये लोग उस से ये उम्मीद करते हैं कि एक लड़की अपनी औकात कभी न भूले , लेकिन वे अपना हद भूल जाते हैं। जनता को जगाने के लिए, उन्हें फ़िर से एक साथ लाने के लिए हमेशा एक नए केस की जरूरत होती है।आज भी देश में कितने ही रेप केस हुए हैं लेकिन आवाज उठाने वाले कोई नहीं है।