About Book
'एहसासों की जुबां' जैसा कि नाम से ही मालूम होता है कि यह पुस्तक कुछ अनकहे एहसासो को जुबां देने की कोशिश है। अपने मन के भावों, विचारों और वेदनाओं को एक एहसास के रूप में एकत्रित करना और उसे आप पाठकों तक पहुंचाना ही इस पुस्तक का उद्देश्य है। कुछ कविताओं और मुक्त पंक्तियों का संग्रह ही है जो इसे पुस्तक का स्वरूप देती है, वरना ये तो बस कुछ ख्याल ही थे जो मानस पटल पर आते जाते रह जाते हैं।
About Author
उत्तरप्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के एक छोटे से गाँव में 20 मार्च 1999 को मेरा जन्म हुआ था। पारिवारिक स्तिथि ठीक न होने से माता पिता को मुंबई पलायन करने पड़ा था। जिससे मेरी शिक्षा मुंबई में ही हुई। मुझे हिंदी विषय से शुरू से ही खास लगाव रहा। इसकी स्पष्ट वजह तो मैं नहीं जान सका पर शायद हिंदी पट्टी का होने के कारण यह मेरे में स्वाभाविक गुण सा हो गया। हालांकि मेरी पृष्ठभूमि एकदम सामान्य रही है, लेखन से कोई पुराना सरोकार न था। पर शायद ईश्वर की इच्छा थी कि मैं कलम थामू और अपने विचारों को धार दूँ, अपनी कल्पनाओं को उड़ान दूँ। हिंदी से प्रेम, जिंदगी के अनुभव और कल्पनाओं का सहारा लेकर कुछ शब्दों के मोती कागजों पर बिखेर देने की कोशिश करता हूँ। मैं चाहता हूँ कि अनकहे एहसासों को मैं अपनी लेखनी के माध्यम से जुबां दे सकूँ। जो मेरे दिल से निकले तो आपके दिल तक जरूर जाए।