भारतीय संविधान और राजव्यवस्था
About author : डॉ शालिनी शर्मा वर्तमान समय में जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी, जयपुर में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है। वह राजनीति विज्ञान और लोक प्रशासन में मास्टर डिग्री प्राप्त है। वर्ष 2013 में उन्होंने अपना शोध पत्र शीर्षक – “इंडिया’स न्यूक्लीर पॉलिसी एण्ड रिलेशंस विद अमेरिका- एन एनालिटिकल स्टडी” पूरा किया। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ़ हिंदी रिसर्च में वह एडिटर और रिव्यूअर् भी है। इंडियन काउन्सल ऑफ सोशल साइंस रिसर्च (ICSSR) में वह समाज वैज्ञानिक के तौर पर पंजीकृत हैं जो कि भारत सरकार के द्वारा वर्ष 1969 में स्थापित एक संस्था है जो समाज विज्ञान में शोध को प्रोत्साहित करती है। उनके लेख राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं।
About book : प्राक्कथन किसी राष्ट्र के विकसित होने में उस देश के संविधान का महत्वपूर्ण योगदान होता है। प्रस्तुत पुस्तक में भारतीय संविधान के कुछ महत्वपूर्ण अंशों का उल्लेख किया गया है। भारतीय संविधान निर्माताओं के अथक प्रयासों के माध्यम से देश के लिए एक संविधान बनाया गया जो विश्व का सबसे बड़ा और लिखित संविधान है। प्रस्तुत पुस्तक के मुख्य भाग है- प्रस्तावना, भारतीय संविधान की विशेषताएं, मूल अधिकार, नीति निर्देशक तत्व और मूल कर्तव्य । मेरी पूरी कोशिश रही है कि यह पुस्तक प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए लाभकारी सिद्ध हो। पुस्तक के मुख्य आकर्षण निम्नवत हैं- समग्र अध्ययन, समग्र अभ्यास एवं समग्र मूल्यांकन पाठ्य सामग्री का 95-100% समावेश प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए लाभकारी पुस्तक के माध्यम से शत प्रतिशत अंक अर्जित कराने का प्रयास मैं अपने परिवारजनों की आभारी हूँ कि मुझे उनका पूरा सहयोग मिला और यह पुस्तक पूर्ण हो सकी। आशा करती हूँ कि यह पुस्तक आपको भारतीय संविधान के बारे में आपकी जानकारी को बढ़ाने में सहायक सिद्द होगी। धन्यवाद डॉ शालिनी शर्मा