ISBN : 978-81-19908-47-9
Category : Fiction
Catalogue : Religioius
ID : SB20799
Paperback
350.00
e Book
150.00
Pages : 190
Language : Hindi
*श्री गणेशाय नमः* यह सम्माननीय पुस्तक जिसका शीर्षक है *भारत का दिव्य धाम* *( श्री बालाजी का बागेश्वर धाम)* इस पुस्तक में बागेश्वर धाम के श्री बालाजी सरकार की जो भी उनके अतुलित बल की विशेषताएं हैं वह कविताओं के माध्यम से दर्शाई गई हैं। इसके साथ ही मंदिर का इतिहास, यहां के पूज्य गुरुजी श्री सन्यासी बाबाजी, एवम दादा गुरु जी की भक्ति साधना और वर्तमान में धाम के पीठाधीश पूज्य गुरुदेव श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी का जीवन परिचय एवं सिद्धपीठ मंदिर और गढा गांव की भक्ति से ओत प्रोत विशेषताएं बताई गई हैं। अर्जी कैसे लगाते हैं, इसके क्या नियम होते हैं,भूत प्रेत निवारण कैसे होता है, दिव्य दरबार में क्या नियम होते हैं इत्यादि समस्त बागेश्वर धाम की विशेषताएं हैं उनको कविता के माध्यम से दर्शाया गया है कृपया यह पुस्तक पूज्य गुरुदेव श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी की आज्ञा के अनुसार ही लिखी गई है पूज्य गुरूदेव ने ही इस पुस्तक को लिखने की आज्ञा दी और आशीर्वाद दिया। मुझ जैसे एक छोटे से लेखक ने एक छोटा सा प्रयास किया है कृपया इस पुस्तक में निश्चित तौर पर त्रुटियां हो सकती हैं।कृपया आप सभी से निवेदन है हमारी उन त्रुटियों को नजरअंदाज करके अपना ही बेटा और भाई समझ कर क्षमा कीजिएगा, एवं इस पुस्तक को अपने परिवार समाज और देश में किसी न किसी माध्यम से पहुंचाइयेगा। ताकि श्री बालाजी के बागेश्वर धाम की विशेषताओं का सभी को परिचय मिल सके । उन्हें यहां की कुछ जानकारी मिल सके ।तो कृपया मेरा सहयोग जरुर करें। आपका सहृदय सपरिवार धन्यवाद करता हूं । श्री बालाजी सरकार को समस्त बागेश्वर धाम परिवार को परिवार सहित प्रणाम पहुंचे। जय श्री सीताराम जय बागेश्वर धाम। पुस्तक निम्नलिखित बिंदुओं पर आधारित है। *#श्री बागेश्वर धाम श्री बालाजी की 108 कविताओं का अनुपम संग्रह।* *संपूर्ण बागेश्वर धाम यात्रा का कविताओं के माध्यम से वर्णन।* *परम पूज्य गुरुदेव भगवान श्री सन्यासी बाबा जी श्री दादा गुरु जी बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पूज्य गुरूदेव श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी का संक्षिप्त जीवन परिचय* *बागेश्वर धाम की सभी विशेषताएं अर्जी लगाना, अर्जी के नियम, भूत प्रेत बाधा निवारण दिव्य दरबार के नियम एवं महत्वपूर्ण जानकारी का संक्षिप्त वर्णन।* *पूज्य गुरुदेव भगवान श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी द्व