About Author
यह एक यात्रा थी, शब्दों के साथ मेरी, जो निरंतर, निष्पक्ष, निडर, मेरे साथ चलते रहे!
इन्हीं कल्पनाओं की धुरी पर घूमने वालीं शब्दावली को मैंने जोड़ने की कोशिश की है।
मैं इस कसौटी पर कितना खरा उतर पाया, इसका निर्णय कर पाना मेरे लिए सम्भव नहीं है।
परन्तु मेरे विचारों की यात्रा में मेरे विश्वास ने मुझे हर क्षण अटूट समर्थन दिया है।
और इसका प्रणाम हैं ये कविताएं!
जीवन के इस यात्रा में लिखने की रुचि मेरी बचपन से थी!
मेरा गाँव. अवनी, पोस्ट- पकड़ी कला, जिला- आज़मगढ़ उत्तर प्रदेश,
इस समय मैं एक प्राइवेट कंपनी में सेल्स आफिसर है,
और नवी मुंबई में रहता हूं!
मैंने "आशोमन" के माध्यम से-
रूढ़िवादी परंपरा, जातिवाद, नारी पर अत्याचार, प्रवासी मजदूर, गरीब किसान, भूख ग़रीबी, जैसे कई मुद्दों पर अपनी बात कहने की कोशिश किया है।