जहां से चले थे
About author : १ मार्च १९४७ को जन्मे श्री तुला सिंह डसीला ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव वासीखेत जिला पिथौरागढ़ से ली मगर आगे की शिक्षा का कोई स्रोत ना होने से गांव घर को छोड़ कर बाहर निकलना पड़ा। धीरे धीरे अपनी मेहनत और लगन से उच्च शिक्षा प्राप्त की और बिड़ला विद्या और नैनीताल में भूगोल के लेक्चरर की नौकरी हासिल की। समय के साथ आगे बढ़ते हुए शीघ्र ही जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रधानाचार्य की भूमिका निभाने का मौका मिला तो फिर पीछे नहीं देखा। इस पद तक पहुंचने के लिए जिस मेहनत और जुनून का सहारा लिया उसमें ईश्वर ने भी अपने इस भक्त का पूरा साथ दिया।
About book : ये कविताएं सिर्फ कविता नहीं हैं। ये मेरे दिल से निकले वो शब्द हैं जो एक एक करके कविता बनते गए और मेरे विचारो से निकल कर आज एक संकलन के रुप में आपके समक्ष प्रस्तुत हैं। आशा है कि आप इनसे रूबरू हो कर अच्छा महसूस करेंगे। शायद खुद के और ज्यादा करीब भी क्योंकि कही ना कही यह हम सभी के अंतर्मन की आवाज है। इसी आशा के साथ•••