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ISBN : 978-81-19517-79-4
Category : Non Fiction
Catalogue : Historic
ID : SB20705

सरल हिन्दी में वाल्मीकीय रामायण

(रामायण)

शिव शंकर गिरि

Hardcase
1500.00
e Book
250.00
Pages : 271
Language : Hindi

About author : नाम - शिव शंकर गिरि जन्म स्थान - जिला बलिया, उत्तर प्रदेश जन्मतिथि - 03.04.1952 शिक्षा - कोलकत्ता, पश्चिम बंगाल से प्रारम्भिक एवं माध्यमिक शिक्षा प्राप्त किया। बी०ए०, एलएल0बी0 (B.A., LL.B.) की शिक्षा 'बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी, उ०प्र० से प्राप्त किया। सेवा - दिनांक 11.04.1984 को सहायक लोक अभियोजक (ए०पी०पी०) के रूप में बिहार में योगदान दिया। दिनांक 11. 09.1985 को बिहार न्यायिक सेवा में योगदान दिया और दिनांक 30.04. 2012 को बिहार के बेगुसराय जिले से अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के पद से सेवानिवृत्त हुआ। तत्पश्चात् बिहार, लोक अदालत में सेवारत रहा और दिनांक 30.04.2017 को झारखण्ड राज्य के जिला गढ़वा से स्थायी लोक अदालत के अध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त हुआ ।

About book : रामायण आदिकवि महर्षि वाल्मीकि द्धारा राचित श्रीराम गाथा का आदिग्रंथ है लेकिन संस्कृत में होने के कारण जनमानस के बीच लोकप्रिय नहीं हो सका। महर्षि वाल्मीकि,राजा दशरथ के मित्र और राम के समकालीन थे। अतः इस ग्रन्थ की प्रमाणिकता बढ़ जाती है। चूकि महर्षि वाल्मीकि और राम एक ही काल के थे, इसलिए रामायण, राम की जीवनी या उनकी गाथा की एक प्रमाणिक पुस्तक मानी जाएगी।मेरा मानना है कि इस ग्रन्थ के अध्य्यन के बगैर भगवान राम के बारे में लिखा ही नहीं जा सकता। मैंने रामायण को सरल हिन्दी में लिखने का प्रयास किया है। मुझे विश्वास है कि भगवान राम और भगवान शिव की कृपा से लोग इसे पसंद करेंगे।

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