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About book : यह द्विभाषी पुस्तक राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिप्रेक्ष्य में उच्च शिक्षा के स्वरूप पर आधारित पुस्तक है। पुस्तक में प्रकाशित शोध पत्रों के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उन विभिन्न आयामों का आलोचनात्मक अध्ययन किया गया है जिनसे उच्च शिक्षा का स्वरूप परिवर्तित होकर उच्च शिक्षा प्रणाली को अधिक उपयोगी बनाने पर महत्व दिया गया है। उच्च शिक्षण संस्थानों में द्विभाषी शिक्षण व्यवस्था, शिक्षण अधिगम में प्रौद्योगिकी की सहायता, भारतीय पारंपरिक ज्ञान एवं लोक कलाओं के प्रशिक्षण हेतु स्थानीय विशेषज्ञो, शिल्पियों को शिक्षण संस्थानों से जोड़ा जाना, उच्च शिक्षण में तुलनात्मक साहित्य, सृजनात्मक लेखन,दर्शन आदि प्रारंभ किया जाना, बहु आगमन एवं बहु निर्गमन की व्यवस्था जैसे नवाचारों से युक्त नई शिक्षा नीति उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने एवं उसका प्रबंधन करने में उपयोगी सिद्ध होगी ऐसा विश्वास इस पुस्तक में संकलित लेखकों द्वारा प्रस्तुत किया गया है। हम आशा करते हैं कि यह पुस्तक विद्यार्थियों, शोधार्थियों, शिक्षाविदों एवं नीति निर्धारकों हेतु उपयोगी सिद्ध होगी।
About author : संरक्षक/प्राचार्या श्रीमती कृष्णा शर्मा श्याम सुंदर नारायण मुशरान शासकीय महिला महाविद्यालय नरसिंहपुर म प्र की एक उन्नतिशील प्राचार्य हैं। गृह विज्ञान विभाग की विभागाध्यक्ष के रूप में उनके पास 25 वर्षों से अधिक का लंबा शिक्षण अनुभव है। शैक्षणिक और प्रशासनिक उत्तरदायित्वों के बीच संतुलन रखते हुए, वह संस्था के सर्वांगीण विकास हेतु लगन से कार्य कर रही हैं। संपादक डॉ दीपिका चक्रवर्ती श्याम सुंदर नारायण मुश्रान महिला महाविद्यालय नरसिंहपुर, मध्य प्रदेश में राजनीति विज्ञान विभाग की विभागाध्य क्ष है। आप राजनीति विज्ञान विषय में यू.जी.सी नेट जे.आर.एफ. प्राप्त है एवं रानी दुर्गावती वि.वि. जबलपुर से राजनीति विज्ञान विषय में स्व र्ण पदक प्राप्तञ किया है। आपने रानी दुर्गावती विश्व.विद्यालय से नक्स लवाद की समस्यात पर पी.एच.डी शोध उपाधि प्राप्तम की। भारतीय राजनैतिक व्यनस्थाय आपका मुख्यद विषय रहा है। आपके कई शोध पत्र विभिन्न पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए है। विद्यार्थी संबंधी गतिविधियों में सक्रिय रूप से भागीदार रही है। डॉ. प्रज्ञा गुप्ता शासकीय श्याम सुंदर नारायण मुश्रान महिला महाविद्यालय नरसिंहपुर, मध्य प्रदेश में अंग्रेजी विभाग की विभागाध्यक्ष हैं। आप शिक्षण, सीखने और अनुसंधान के प्रति समर्पित हैं एवं उन्होंने विभिन्न पत्रिकाओं में कई शोध पत्र प्रकाशित किए हैं। उनकी शैक्षणिक और शोध रुचियों में लैंगिक समानता, लैंगिक मुख्यधारा, पर्यावरण संबंधी चिंताओं के साथ-साथ भारत में सूरदास, तुलसीदास, मीरा और अन्य जैसे भक्ति आंदोलन की कविताएं शामिल हैं। बहुमुखी प्रतिभा की धनी आप अपने विद्यार्थियों के समग्र विकास की दिशा में सतत कार्य कर रही हैं।